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Results 151-160.
 

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151 कवीन्द्रलक्ष्मीनारायणजीका जीवनचरित्र : जिला बनारस मुहल्ला धर्मकूपनिवासी विद्वद्वरकवीन्द्र लक्ष्मीनारायणजी का जीवनचरित्र वर्णित है और उसीके अन्तर्गत उक्ततमहाशय कृत विक्टोरिया दशक, शिवताण्डक्की व्याख्या, गंगालहरी शतक भी संयुक्तहै / [लक्षमीनारायणाह्वकवि] / Lakshmīnārāyaṇa -- Navalakiśora1902 SARDA
152 रामनिवास रामायण : जिसमें श्रीगोस्वामितुलसीकृतरामायणकीरीतिसे सातोकांड श्रीरामचन्द्रजन्मोत्सव बाललीला बिश्वामित्रयज्ञरक्षण धनुषयज्ञ जानकीस्वयम्बर धनुभंग परशुरामसम्बाद बनागमन जानकीहरण रावणबध भरतमिलाप राज्याभिषेक ज्ञानमार्गरामगीता प्रेमाधिकार जानकीबिजय अश्वमेधयज्ञ बिनयनयनीतिबिचारादि की मनोहर कथा ललित अनेक छन्दोंमें बर्णितहै / जानकीप्रसादने निर्मित किया / Tulasīdāsa, 1532-1623,Jānakīprasāda -- Navalakiśora1889 SARDA
153 प्रदोष ब्रत कथा : पूजन विधि तथा आरती सहित / लेखक, रामजी शर्मा / Śarmā, Rāmajī -- Śrī Durgā Pustaka Bhaṇḍāra[19--]SARDA
154 श्री शुक्रवार व्रत कथा : अथवा श्री सन्तोषी माता की महिमा और अन्नपूर्णा व्रतकथा : भजनों व आरतियों सहित / Ānanda Prakāśana[19--]SARDA
155 सीतारामविवाहसंग्रह : जिसमें गोस्वामि तुलसीदासजीकृत मानसरामायण बालकाण्ड और अनेक सद्ग्रन्थोंसे श्रीसीतारामविवाहोत्सव का संग्रह किया गया है / रामप्रताप ने प्रकट किया / Tulasīdāsa, 1532-1623,Ramapratāpa -- Navalakiśora1893 SARDA
156 हनुमान्नाटक भाषा, अर्थात, श्रीवरविलास : जिसमें श्रीरामचन्द्रजी की जन्म से लेकर राजगद्दी पर्य्यन्त कथायें अतिमनोहर दोहा, चौपाई, कवित्त, सवैयादि छन्दों में वर्णित हैं / रामाजी चतुरदास ने रचना किया / Caturadāsa, Rāmā -- Navalakiśora1913 SARDA
157 वैशाखमासमाहात्म्य भाषाटीका सहित / (Rājā) Rāmakumāra1953 SARDA
158 शैवीनिधि = शैवी निधि / ओरीलाल कायस्थ ने रचना किया है / Kāyastha, Orīlāla -- Navalakiśora1886 SARDA
159 भक्ताम्बुनिधि : जिसमें रामबिनय, भक्तिबन्दना, भगवद्भक्तोंका माहात्म्य, सत्सङ्गमाहात्म्य, नाभाजी, राजाहरिश्चन्द्र, राजाबलि, राजादशरथ, भीष्मजी, सुरथ, सुधन्वा, हरिदास, जगदेव ... / जियालालत्रिपाठी ने रचना किया / Tripāṭhī, Jiyālāla -- Navalakiśora1895 SARDA
160 बैराग्यप्रकाश : अन्तर्ग्गत भजनप्रदीप व सज्जनबिलास : जिसमें अत्युत्तम बैराग्य व ज्ञान निर्मान और काम क्रोध लोभ मोह जगद्विषयादि खण्डन सहित ईश्वर यशानुराग मण्डन व भगवती शिवकाशी विश्वनाथादिप्रशंसा सहित मनोहरपद अल्हैया भैरवी होरी खेम टादिरागोंमें बर्णित है / माधवसिंहने निर्मित किया / Siṃha, Mādhava -- Navalakiśora1880 SARDA

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